ककोड़ निवासी सावित्री नाम की महिला ने बताया कि वह कई दिन पहले किसी काम से ऊंचागांव में गई थी। ककोड़ स्थित उसके घर पर पति रह गए थे। पीडि़ता ने बताया कि उसके पति खाना बनाने में असमर्थ है। इधर लॉकडाउन के कारण वह ऊंचागांव स्थ्ज्ञित रिश्तेदारी में ही फंस गई थी। इसलिए शनिवार सुबह महिला ऊंचागांव से पैदल ही ककोड़ के लिए अपने तीन मासूम बच्चों के साथ निकल गई। वह रास्ता भटक गई और नगर कोतवाली क्षेत्र में कालाआम के निकट पहुंच गई। यहां पर महिला अपने तीन बच्चों के साथ सड़क किनारे पर बैठी हुई थी। इस दौरान गश्त पर निकलीं नगर कोतवाल अरुणा राय पहुंच गईं और उन्होंने महिला से वहां बैठे होने की जानकारी ली। जिसके बाद महिला ने नगर कोतवाल को अपनी व्यथा सुनाई। जिसके बाद नगर कोतवाल ने एक सिलेंडर के टैंपो में महिला को बैठाया। बकायदा टैंपो चालक का नंबर लिया और एक महिला पुलिसकर्मी को साथ में भेजा। जिसके बाद पुलिस का यह रूप देखकर महिला रोने लगी और उसने पुलिस को भगवान का रूप बताया। नगर कोतवाल अरुणा राय ने बताया कि महिला को उसके घर तक सुरक्षित पहुंचा दिया गया है।
तीन मासूम बच्चों के साथ राह भटकी महिला, नगर कोतवाल ने पहुंचाया घर